घर पर ही कराया गया था नाबालिग का प्रसव, पुलिस ने पकड़ा, नानी गिरफ्तार

घर पर ही कराया गया था नाबालिग का प्रसव, पुलिस ने पकड़ा, नानी गिरफ्तार

पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक नाबालिग अविवाहित लड़की (Minor unmarried girl) ने बच्ची को जन्म दिया है उसके बाद उसे झाड़ियों में फेंक (Throw in bushes) दिया लेकिन समय रहते पता चल जाने के कारण नवजात को बचा लिया गया है नवजात का बाड़मेर के राजकीय चिकित्सालय में उपचार जारी है पुलिस ने इस मुद्दे में प्रसूता को निरुद्ध कर उसकी मां को अरैस्ट कर लिया है अभी पीड़िता ने इस मुद्दे में पुलिस को कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई है पुलिस पूरे मुद्दे की सभी पहलुओं से जांच में जुटी है

बाड़मेर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरपत सिंह जैतावत ने बताया कि शर्मसार कर देने वाला यह मामला बाड़मेर जिले के धोरीमन्ना थाना क्षेत्र में सामने आया है धोरीमन्ना थाना क्षेत्र में चालकना रोड पर स्थित मेघवालों की बस्ती के पास झाड़ियों में शनिवार को जिंदा नवजात बच्ची मिली थी नवजात को देखकर ग्रामीणों ने पुलिस को सूचित किया और उसे हॉस्पिटल पहुंचाया वहां नवजात का उपचार प्रारम्भ किया गया

घर पर ही कराया गया था नाबालिग का प्रसव
एएसपी जैतावत ने बताया कि उसके बाद पुलिस ने जांच-पड़ताल कर नवजात बच्ची को फेंकने के आरोप में एक नाबालिग लड़की को निरुद्ध कर उसकी मां को अरैस्ट किया है नवजात को पुलिस ने अपने सरंक्षण में ले लिया है निरुद्ध की गई अविवाहित नाबालिग का प्रसव किसी एएनएम को बुलाकर घर ही कराया गया था उसके बाद उसे फेंका गया था पुलिस इस मुद्दे में अब अन्य आरोपियों की भी तलाश कर रही है

बाड़मेर में पहली बार इस तरह के मुकदमा में कोई गिरफ्तारी हुई है
उल्लेखनीय है कि बाड़मेर में यह पहला मुकदमा है जिसमें नवजात को फेंकने के मुद्दे में कोई आरोपी पकड़े गए हैं पुलिस अभी पूरे मुकदमा को समझने का कोशिश कर रही है अभी प्रसूता ने भी इस बारे में अधिक कुछ बताया नहीं है पुलिस के मुताबिक इस मुद्दे में यदि प्रसूता कोई प्राथमिकी दर्ज करवाती है तो उसके मुताबिक कार्रवाई की जाएगी वरना नाबालिग के बयानों के आधार पर नवजात बच्ची का डीएनए टेस्ट करवाकर आरोपी तक पहुंचने का कोशिश किया जाएगा बहरहाल पुलिस मुकदमा से जुड़े सभी तथ्यों को खंगाल रही है