2020 में विमान से सफर करने वाले 56% कम हुए, दिसंबर में भी यात्रियों की संख्या 43% कम रही

कोरोना की वजह से पिछले साल देश में विमान में सफर करने वाले आधे भी नहीं रह गए। एविएशन रेगुलेटर DGCA के अनुसार 2020 में 6.3 करोड़ लोगों ने देश के भीतर विमान से सफर किया। यह 2019 के मुकाबले 56.29% कम है। 2019 में यह संख्या 14.41 करोड़ थी।
अभी तक कोरोना का असर, दिसंबर में 43.7% कम रहे यात्री
एयरलाइंस पर कोरोना का असर अभी तक बना हुआ है। दिसंबर में सिर्फ 73.27 लाख लोगों ने फ्लाइट ली। यह दिसंबर 2019 के 1.3 करोड़ के मुकाबले 43.72% कम है। पिछले महीने प्रमुख 6 एयरलाइंस का पैसेंजर लोड फैक्टर 65.1% से 78% के बीच था।
ऑन टाइम परफॉर्मेंस में इंडिगो सबसे ऊपर
दिसंबर में प्रमुख एयरलाइंस के पैसेंजर लोड फैक्टर में स्पाइसजेट की परफॉर्मेंस सबसे अच्छी रही। इसका पैसेंजर लोड फैक्टर 78% था। इंडिगो 71.5% के साथ दूसरे नंबर पर रही। ऑन टाइम परफॉर्मेंस यानी समय पर फ्लाइट के मामले में इंडिगो सबसे ऊपर रही। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद में इसकी 94.9% उड़ानें समय पर थीं। एयर एशिया 89.9% के साथ दूसरे नंबर पर थी।
कोरोना से पहले की तुलना में 80% फ्लाइट्स की इजाजत
कोरोना महामारी के कारण करीब दो महीने तक घरेलू फ्लाइट्स बंद रही थीं। फ्लाइट्स 25 मई से दोबारा शुरू की गई थीं। महामारी से पहले एयरलाइंस की जितनी फ्लाइट्स थीं, अभी उनके 80% फ्लाइट्स की ही इजाजत है। भारत और दूसरे देशों में आने-जाने पर प्रतिबंधों के चलते एविएशन सेक्टर बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इस वजह से एयरलाइंस ने सैलरी में कटौती, लीव बिदाउट पे और यहां तक कि स्टाफ को निकालने जैसे कदम उठाए हैं।